303 नक्सलियों ने 75 घंटे में डाले हथियार, PM मोदी बोले – अब बदल रहा है भारत


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस माओवादी आतंक को छुपाती है. इनके शासन में देश का करीब हर बड़ा राज्य नक्सली हिंसा और माओवादी आतंक की चपेट में था. उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा- मैं बहुत जिम्मेदारी से बोलता हूं, जो माथे पर संविधान लेकर नाचते हैं. वो आज भी माओवादियों की रक्षा में दिन रात लगे हैं, लेकिन इस बार की दिवाली काफी अलग होने वाली है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में जो अर्बन नक्सलियों का जो इकोसिस्टम है, ये जो अर्बन नक्सल्स है. वो कुछ इस कदर हावी थे, आज भी हैं, कि माओवादी आतंक का कोई भी घटना देश के लोगों तक न पहुंचे इसके लिए वो बहुत बड़ी सेंसरशिप चलाते रहते हैं वो. उन्होंने आगे कहा- हमारे देश में आतंकवाद की चर्चा होती थी. कांग्रेस के शासन में माओवादी आतंक पर पर्दा डाला गया. इस आतंक के कई पीड़ित दिल्ली आए थे. उनके अंग भंग थे. ये माओवादी के आतंक के शिकार थे. इनमें कई लोगों के दोनों पैर कट चुके थे. 7 दिन रहे, हाथ-पैर जोड़कर कहा कि हमारी बात दुनिया तक पहुंचाए. ये माओवादी आतंक के ठेकेदार जो बैठे हैं ना उन्होंने उस जुल्म के शिकार हुए, उनके दर्द की कथा भी हिंदुस्तान के लोगों तक नहीं पहुंचने दी.

75 घंटों में 303 नक्सलियों ने डाले हथियार
प्रधानमंत्री मोदी ने ने कहा, 11 साल पहले तक देश के सवा सौ जिले, 125 से ज्यादा, माओवादी आतंक से प्रभावित थे और आज ये संख्या सिर्फ 11 जिलों तक सिमट गई है. उस 11 में भी अब सिर्फ तीन जिले ही ऐसे बचे हैं, जो सबसे अधिक नक्सल प्रभावित हैं. सिर्फ पिछले 75 घंटों में 303 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं. एक जमाने में जिनका 303 (गोली) चलता था, आज वो 303 सरेंडर हुए हैं. और ये कोई सामान्य नक्सली नहीं हैं, ये वो हैं जिनमें से किसी पर एक करोड़, किसी पर 25 लाख तो किसी पर 5 लाख का इनाम था.

उन्होंने कहा, नक्सली हिंसा के कारण मैं बेचैनी महसूस करता था, जुबान पे ताला लगा के बैठा था, आज पहली बार मेरे दर्द को आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं. मैं उन माताओं को जानता हूं जिन्होंने अपने लाल खोए हैं. उन माताओं की अपने लाल से कुछ अपेक्षाएं थी. या तो वो ये माओवादी आतंकियों के झूठे बातों में फंस गए या तो माओवादी आतंक का शिकार हो गए. इसलिए, 2014 के बाद हमारी सरकार ने पूरी संवेदनशीलता के साथ भटके हुए नौजवानों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया.

पीएम मोदी ने राहुल पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी पर भी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि 11 साल पहले देश का करीब-करीब हर बड़ा राज्य माओवादी आतंक की चपेट में था. बाकी देश में संविधान लागू था, लेकिन लाल गलियारे में संविधान का कोई नाम लेने वाला नहीं था. पीएम ने राहुल गांधी का बिना नाम लिए कहा, जो लोग आज माथे पे संविधान की किताब लगाते हैं, वे आज भी माओवादी आतंकियों की रक्षा के लिए दिन रात लगा देते हैं.

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