नई दिल्ली । हरियाणा के कैथल जिले के मोहना गांव के 18 वर्षीय युवराज की मौत अमेरिका जाने के खतरनाक ‘डंकी रूट’ पर हो गई। परिजनों ने शनिवार को बताया कि युवराज पिछले साल अक्टूबर में नौकरी की तलाश में निकला था, लेकिन ग्वाटेमाला में मानव तस्करों ने उसे बंधक बना लिया और कथित रूप से मार डाला। युवराज के पिता किसान हैं, और वह परिवार की आर्थिक मदद के लिए विदेश जाना चाहता था।
परिवार को युवराज की मौत की जानकारी कुछ दिन पहले मिली, जब एक मानव तस्कर ने उसकी मौत का सर्टिफिकेट और तस्वीरें भेजीं। तस्वीरों में युवराज और पंजाब के एक अन्य युवक को मृत दिखाया गया था। युवराज के मामा गुरपेज सिंह ने बताया कि हरियाणा के तीन ट्रैवल एजेंटों ने परिवार से सुरक्षित यात्रा का झांसा देकर भारी रकम ली थी। एजेंट अपने नेटवर्क के ज़रिए युवराज को विदेश भेजने की कोशिश कर रहे थे। पहली किस्त देने के बाद युवराज से परिवार का संपर्क टूट गया। कुछ महीनों बाद परिवार को वीडियो मिले, जिनमें युवराज और पंजाब का एक अन्य युवक ग्वाटेमाला में बंधक बनाए गए दिख रहे थे। इसके बाद मानव तस्करों ने फिरौती की मांग की।

